जब एक लड़की गुस्से में आती है, तो उसके अल्फ़ाज़ तलवार बन जाते हैं। ये शायरी नहीं, उसकी शख्सियत का आईना है — एक दमदार जवाब हर उस इंसान को जो उसकी ख़ामोशी को कमज़ोरी समझ बैठा। Website : Ok Win App
💢 1. जब गुस्सा भी ऐटिट्यूड में बदल जाता है
जब एक लड़की को बार-बार नजरअंदाज किया जाता है, उसके धैर्य की दीवार धीरे-धीरे दरकने लगती है। वो गुस्सा, जो कभी सहेजा था, अब उसके लफ्ज़ों में नजर आता है। यहां कुछ शायरी हैं जो उस दर्द को शान के साथ पेश करती हैं:
- मेरी खामोशी को कमजोरी मत समझ, जब बोलती हूँ तो लोग चुप हो जाते हैं।
- मैं मुस्कुराती हूँ क्योंकि मैं मज़बूत हूँ, लेकिन गुस्सा भी आता है क्योंकि मैं इंसान हूँ।
- तमीज़ से बात करो, वरना जवाब में मेरा गुस्सा भी शरीफ नहीं रहता।
🔥 2. मैं हूँ जैसी, वैसी ही सही
कभी-कभी, गुस्सा खुद को जताने का तरीका होता है। ये शायरी उस पल के लिए है जब एक लड़की खुद से समझौता करने से इनकार कर देती है:
- मैं जैसी हूँ, वैसी ही अच्छी हूँ। किसी को पसंद नहीं, तो रास्ता साफ है।
- ऐटिट्यूड मेरा नेचर नहीं, लेकिन जवाब देना आता है।
- मुझे बदलने की कोशिश मत कर, मैं कोई एप नहीं जो अपडेट हो जाए।
🧨 3. जब लफ्ज़ आग बन जाएं
कुछ लड़कियाँ कम बोलती हैं, लेकिन जब बोलती हैं तो सामने वाले की सोच हिल जाती है। ये शायरी उन्हीं पलों के लिए है:
- जो मुझे lightly लेते हैं, बाद में heavy पड़ते हैं।
- गुस्सा मेरा स्टाइल है, और ये सब पर नहीं चलता।
- मेरी नजरें ही काफी हैं समझाने को – जुबान इस्तेमाल तभी करती हूँ जब सब्र टूटता है।
🔥 4. इग्नोर करने वाली रानी
इग्नोर करना भी एक आर्ट है, और कुछ लड़कियाँ इसमें मास्टर होती हैं। ये शायरी उनके लिए जो जवाब नहीं देतीं, बस इग्नोर कर आगे बढ़ जाती हैं:
- मैं माफ कर सकती हूँ, लेकिन फिर नज़रअंदाज भी कर सकती हूँ।
- बोलना ज़रूरी नहीं होता हर बार, कभी-कभी इग्नोर ही सबसे बड़ा जवाब होता है।
- जिसे मेरी परवाह नहीं, उसके लिए मेरे पास भी वक्त नहीं।
🔥 5. जब कोई दिल दुखाता है
गुस्सा अक्सर तब आता है जब कोई विश्वास तोड़ता है। लेकिन कुछ लड़कियाँ आंसुओं के बदले तेवर दिखाती हैं:
- अब आंसू नहीं बहते, सिर्फ रवैया बदल गया है।
- जिस दिन सब्र जवाब देता है, उस दिन चेहरे पर मुस्कान और दिल में आग होती है।
- मैंने खामोशी को हथियार बना लिया है, अब चोट खामोशी से देती हूँ।