Best Intezaar Pyar Mein Dooriyan Shayari 2025

Intezaar pyar mein dooriyan shayari beautifully encapsulates the struggle of maintaining love in the face of separation. It’s astonishing how powerful words can be in conveying the complexities of waiting for someone dear. 

In this article, we will explore various shayari that articulate the feelings of longing and hope that accompany distant relationships. 

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Heart Touching Dur Jane Ki Shayari Image

Dur Jane Ki Shayari Image
Dur Jane Ki Shayari Image

 

आए दूर जाने वाले इतना तो बता हमें,

याद रखूं तुझे या भूल जाऊं जीना ये जमाना।

 

तुमसे दूरी का एहसास जब सताने लगा,

तेरे साथ गुजारा हर लम्हा याद आने लगा,

जब भी कोशिश की तुझे भुलाने की,

तू और भी इस दिल के करीब आने लगा।

 

अपनी जीत पर इतना फक्र मत कर

कभी न कभी ये तुझसे जुड़ा हो जाएगी,

यकीं नहीं तो जा के मिटटी से पूछ

मुकद्दर का सिकंदर कहाँ है इस वक़्त,

 

दूरियाँ बहुत हैं मगर इतना समझ लो, 

पास रह कर ही कोई ख़ास नहीं होता, 

तुम इस कदर पास हो मेरे दिल के, 

मुझे दूरियों का एहसास नहीं होता…..

 

दूरियाँ भी जरूरी हैं कुछ रिश्तों में, 

वरना गुजरती है जिंदगी किश्तों मेंं! 

 

Intezaar Pyar Mein Dooriyan Shayari

Intezaar Shayari
Intezaar Shayari

 

माना की दूरियां कुछ बढ़ सी गयीं हैं 

लेकिन तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तनहा गुजरता है.

 

दूरियों की ना परवाह कीजिये,

दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये,

कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे,

बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिये|

 

रिश्ते निभाना हर किसी के बस की बात नही..

अपना दिल दुखाना पड़ता है किसी और की खुशी के लिये..

 

आए चांद इतना भी न दूर रहो हमसे,
के तुम बिन जीना मुहाल हो जाए।।

 

वक्त नूर को बेनूर कर देता हैं,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता हैं,
कौन चाहता हैं अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता हैं….

 

Dooriyan Shayari

Dooriyan Shayari
Dooriyan Shayari

 

न तन्हाईयां मिलती न दूरियां होते,
काश अनजाने में ये मोहब्बत का सिल सिला न होते,
जिंदगी जीने का मकसद भी मेरा
किसी और से कम न होता,

 

न जाने करीब आना किसे कहते है,
मुझे तो आपसे दूर जाना ही नहीं आता।

 

उन्हें ले आना मेरे कब्र के पास आखिरी सलाम अच्छी होगी,
उस वक़्त मेरे जिस्म में जान न होगी पर मेरी जान तो मेरे कब्र के पास होगी,

 

ना दूर हमसे जाया करों, दिल तड़प जाता हैं,
आपके ख्यालों में ही, हमारा दिन गुजर जाता हैं,
पूछता हैं यह दिल एक सवाल आपसे,
क्या दूर रहकर भी आपको हमारा ख्याल आता हैं….

 

दूर जाके दूरियां बढ़ा गई,
ये कैसी बेवफाई थी तुम्हारी.
गम देके उम्र भर का मुझे ,
अकेला तड़पने को छोड़ गई.!!!.

 

वो मेरा है तो वो मुझसे दूर क्यों है?
दूर रहकर जीने को हम मजबूर क्यों हैं?
गुनाह हम दोनो ने किया था एक जैसा,
तो मेरा कसूर क्यों है और वो बे कसूर क्यों है?

 

में तुझे दूरिया क्या दू वो हर पल तुझे मेरी याद दिलाये गा,
तू मेरी सांसे ही ले ले वो हर पल तेरे दिल में आता जाता रहेगा,

 

दूरी का एहसास शायरी

दूरी का एहसास शायरी
दूरी का एहसास शायरी

 

बात कह दी जाए जुबां से जरूरी तो नहीं,
जिंदगी गुजरी है आधी पूरी तो नहीं,
समझेंगे वो निगाहों से मेरे दिल की दास्ताँ,
दूर बैठे हैं दिलों में दूरी तो नहीं?.

 

जुदाई और दूरियों को कभी मत भूलना,
हर किसी से जुड़ा होने का गम नहीं होता,
जिसने दूरियां दी हो उससे मोहब्बत कम नहीं होता,

 

दूरियाँ ही नजदीक लाती हैं,
दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं,
दूर होकर भी कोई करीब हैं कितना,
दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं…..

 

कुछ तो कमी है मुझ में ,
शायद इस लिए तुझे भुला न सके,
जब भी देखता हूं चांद को रातों में,
याद आती है वो गुजरी हुई बातों में,

 

दूरी ऐसी कि मिटती ही नहीं,
मैं तेरे पास भी आऊँ तो कहाँ तक आऊँ।

 

जुदाई दूरियों से नहीं मन के मतभेद से होता है,
जिंदगी अच्छी पैसे से नहीं प्यार से होता है,

 

माना कि दूरियां कुछ बढ़ सी गयी हैं लेकिन,
तेरे हिस्से का वक्त आज भी तन्हा ही गुजरता हैं…

दूरियां नजदीकियां शायरी

दूरियां नजदीकियां शायरी
दूरियां नजदीकियां शायरी

 

दूर रह कर मेरे इन बढ़ाया नही करते,
अपने यार को इस तरह यूं सताया नही करते,
जिन्हे वक्त हो इंतजार आपका….!!!!!!!!!
उसे अपनी आवाज के लिए तरसाया नही करते,

 

उस से दूर जाने का डर भी होता,
न पास रहने का हौसला होता,
न जाने फिर क्यूं ये मोहब्बत हमें,
अनजाना सा लगने लगता….!!!!

 

तमाम उम्र अपनी ज़िन्दगी से दूर रहे,
तेरी ख़ुशी के लिए तुझसे दूर रहे,
अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी,
कि तेरे होकर भी तुझसे दूर रहे।

 

दूर होके उनसे में सोच रहा हूँ,
लोग मरते है तो उनका गुरुर कहाँ चला जाता है,

 

तेरा मेरा दिल का रिश्ता भी अजीब हैं,
मीलों की दूरियां हैं और धड़कन करीब हैं…..

 

ये कैसी मोहब्बत थी तुम्हारी जो
मुस्कुराहट छीन ले गई हमारी,
नजदीक आने का वादा कर के
दूरियां बढ़ाए जा रही हो ठुकरा के वफाएं हमारी,

 

मेरी ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत होती,
अगर तेरी चाहत अधूरी न होती,
कुछ उलझनें कुछ मजबूरियाँ होती बेशक,
मगर प्यार में इतनी दूरी न होती।

 

Conclusion

The theme of intezaar pyar mein dooriyan shayari serves as a powerful reminder of the emotional struggles that accompany love across distances. This form of expression not only highlights the ache of separation but also the hope that sustains it, allowing lovers to articulate their sentiments in a relatable way. 

Through these verses, we can find comfort and companionship in the shared experiences of yearning for a beloved. Shayari becomes a bridge that connects hearts, transcending physical boundaries and fostering deeper connections. 

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