The magic of Winter Shayari lies in its ability to weave together the beauty of the season with profound emotions. As winter transforms our surroundings, it also stirs our hearts and minds, prompting reflections on love, solitude, and nature’s quietude.
In this article, we will explore the significance of Winter Shayari, uncovering how these verses can evoke nostalgia and warmth even in the chill of December.
You can also read: Nasha Shayari
ठंड पर शायरी Love

मिरे सूरज आ! मिरे जिस्म पे अपना साया कर
बड़ी तेज़ हवा है सर्दी आज ग़ज़ब की है
शहरयार
तुम तो सर्दी की हसीं धूप का चेहरा हो जिसे
देखते रहते हैं दीवार से जाते हुए हम
नोमान शौक़
रात बेचैन सी सर्दी में ठिठुरती है बहुत
दिन भी हर रोज़ सुलगता है तिरी यादों से
अमित शर्मा मीत
पहन लो आप स्वेटर आपसे यही हैं, हमारी गुज़ारिश,
मुबारक हो आपको सर्दी की पहली बारिश।
हवा का झोंका आया तेरी खुशबू साथ लाया,
मैं समझ गया की तू आज फिर नहीं नहाया।
Winter Shayari In Hindi

फूलों की सुगंध मूँगफली की बहार, सर्दी का मौसम आने को तैयार,
रजाई, स्वेटर रखो तैयार हैप्पी, सर्दी का मौसम मेरे यार।
कितना दर्द हैं दिल में दिखाया नही जाता, गंभीर हैं किस्सा सुनाया नही जाता,
विडियो कॉल मत कर पगली, रजाई में से मुहँ निकाला नही जाता।
हमें इसी ठंड का इन्तजार है, बीमारी तो एक बहाना है कभी
हमसफर बनके देखो तो जानो, ये सफर कैसा सुहाना है।
सर्दी में दिन सर्द मिला
हर मौसम बेदर्द मिला
मोहम्मद अल्वी
वो गले से लिपट के सोते हैं
आज-कल गर्मियाँ हैं जाड़ों में
मुज़्तर ख़ैराबादी
गर्मी लगी तो ख़ुद से अलग हो के सो गए
सर्दी लगी तो ख़ुद को दोबारा पहन लिया
बेदिल हैदरी
जब चली ठंडी हवा बच्चा ठिठुर कर रह गया
माँ ने अपने ला’ल की तख़्ती जला दी रात को
सिब्त अली सबा
गर्मी में सब कहते हैं की ठंडी-ठंडी आइसक्रीम खा लो,
और ठंड में सब कहते हैं की गरमा-गरम अंडा खा लो।
लिपट जाओ मेरे सीने से की आगाज़-ए-सर्दी है,
ये ठंडी हवा कही तुम्हे बीमार न कर दे।
Winter Shayari
सर्दी है कि इस जिस्म से फिर भी नहीं जाती
सूरज है कि मुद्दत से मिरे सर पर खड़ा है
फख्र ज़मान
ऐसी सर्दी में शर्त चादर है
ओढ़ने की हो या बिछौने की
पारस मज़ारी
अब उदास फिरते हो सर्दियों की शामों में
इस तरह तो होता है इस तरह के कामों में
शोएब बिन अज़ीज़
दिसम्बर की सर्दी है उस के ही जैसी
ज़रा सा जो छू ले बदन काँपता है
अमित शर्मा मीत
बैठे बैठे फेंक दिया है आतिश-दान में क्या क्या कुछ
मौसम इतना सर्द नहीं था जितनी आग जला ली है
ज़ुल्फ़िक़ार आदिल
पैरों से टकराते हैं जब झोंके सर्द हवाओं के
हाथ लरज़ने लग जाते हैं चमड़े के दस्तानों में
अदनान मोहसिन
Conclusion
Winter shayari is more than just words; it’s a reflection of the unique experiences and emotions that come alive during the winter months. The imagery and sentiments conveyed through these poetic forms offer a delightful way to connect with the spirit of the season.
If you are writing your verses or sharing those crafted by others, winter shayari has the power to evoke warmth amidst the cold. This art form not only fosters creativity but also allows for deeper connections with those around us.