100+ Best Ghammand Shayari in Hindi: घमंड वाली शायरी

Ghammand Shayari is a powerful expression of pride and self-assertion, capturing the essence of confidence in poetic form. In a world where humility is often celebrated, embracing one’s worth can be both refreshing and empowering. 

This article compiles over 100 of the best Ghammand Shayari in Hindi, offering readers a diverse collection to resonate with their own experiences. 

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Ghamand Shayari in Hindi

 

ग़मंड से न मिलने का गुमान करते हो,

हम तो तेरी ख़ुशी का दीवाना हो गए।

 

ग़मंड की आदत तुम्हारी नहीं मिटेगी,

हम तो ख़ुशी से तुम्हारे ग़म सहेंगे।

 

ग़मंड से ज़्यादा तुम नहीं हो सकते,

हम तो तुम्हारे लिए दुआओं में बस रहेंगे।

 

ग़मंड ना करो, तुम कुछ भी नहीं हो,

हम तो तुम्हारे सामने अपने आप को भूल जाते हैं।

 

ग़मंड में रहने से तुम्हारी शोहरत नहीं बढ़ेगी,

हम तो तुम्हारी ख़ुशी के लिए हर कदम पर तैयार हैं।

 

ग़मंड तुम्हें बदनाम कर देगा,

हम तो तुम्हारी ख़ुशी के लिए सब कुछ करेंगे।

 

ग़मंड से ज़्यादा तुम्हें कुछ नहीं मिलेगा,

हम तो तुम्हारे सामने झुक जाते हैं।

 

ग़मंड की आदत तुम्हारी नहीं जाएगी,

हम तो तुम्हारी ख़ुशी के लिए जीते हैं।

 

ग़मंड नहीं करते हम तुम्हारे सामने,

हम तो तुम्हारी ख़ुशी के लिए सब कुछ करेंगे।

Ghamand Shayari in Hindi
Ghamand Shayari in Hindi

 

ग़मंड से दूर रहो, ये जहाँ तुम्हारा नहीं,

हम तो तुम्हारे साथ हर रिश्ता निभाते जाएंगे।

 

Rishte Ghamand Shayari

 

रिश्ते बढ़ते गए गमंड सदा,

ज़िद्दी हो गए हम, खुशियों से वंचित सदा।

 

गमंड की दुनिया में हम खो गए,

रिश्तों को खोखला कर दो गमंड से बौखला कर।

 

बन्द रहे जहाँ रिश्तों की पटरियों की आध,

गमंड की ताकत से उठता हमारा गुरूर कभी नहीं।

 

रिश्ते बनाना चाहते हो तो तैयार रहना गमंड का आधार,

क्योंकि अगर तुम्हारे पास गमंड नहीं तो रिश्ता तो नहीं है हमार।

 

रिश्तों को खोलता है गमंड का दरवाज़ा,

उधार के नाम पर खुशियों का बनता है खेल एक मात्र जुआ।

 

रिश्तों की कीमत नहीं जानते हम,

बस गमंड का दामन थाम कर दुनिया को तोलते हैं।

 

रिश्तों में अगर गमंड नहीं होता तो,

सब अपने अपने क़दमों पर चलते ही जाते।

 

रिश्तों के साथ गमंड नहीं चलता,

बस अपने आप से खुश रहो, दूसरों की ज़िम्मेदारी मत लो।

 

रिश्ते जो गमंड से बंधे हों,

उनका खत्म होना तय होता है क्योंकि गमंड का कोई समय नहीं होता है।

 

गमंड से चमकते रिश्ते नहीं होते,

जो अपने से नहीं उनको तुम कैसे संभालोगे।

 

अहंकार और घमंड शायरी

 

अगर तुम्हें मेरी आँखों में गिरगिट नज़र आती है,

तो जान लो कि मैं उसे भी बेहतरीन दुनिया में छुपा लेती हूँ।

 

जब तक मेरी ताकत का अंत नहीं होता,

तब तक दुश्मन मुझसे जंग करते रहेंगे,

मैं अपने आप में ही मशहूर हूँ,

क्योंकि मेरी हर जीत उनकी हार होती है।

 

मेरी सोच की बुलंदियों से आसमान भी शर्मिंदा हो जाए,

मैं वो शख्स हूँ जो न तो धूल में मिलता है,

और न ही नदी में बह जाता है।

 

जो मेरे वजूद से नफरत करते हैं,

उन्हें ये मालूम होना चाहिए कि,

मैं उनसे बेहतर हूँ,

क्योंकि उनकी तरह मैं अपनी नहीं बनता हूँ।

 

मैं वो सुबह हूँ जिसमें ढलकर सूरज भी शरमा जाता है,

मेरी गुमनामी में बेशक राज है,

क्योंकि मैं वो अदम्य शक्ति हूँ,

जिससे टकराकर खुद शक्तिहीन हो जाते हैं।

अहंकार और घमंड शायरी
अहंकार और घमंड शायरी

 

Ghammand Shayari Status

 

जब तक है दम, नहीं हारेंगे हम।

शोहरत के लिए तरसता है दुनिया,

पर हम हैं ऐसे बन्दे, जिन्हें सिर्फ खुदा से मायूसी थोड़ी है।

 

ज़माने की धुन में नहीं खोए हम।

हमें तो अपने दम पर ही जगाया जाता है।

जो हमसे जलते हैं, उन्हें हमेशा के लिए जला दिया जाता है।

 

महोब्बत में घमंड करने वालों की कोई बात नहीं।

पर जो ताकतवर होकर भी अहंकार नहीं दिखाते,

उन्हें हमेशा दुनिया समझती है और उनका सम्मान करती है।

 

जितनी बार हम गिरेंगे, उतनी बार उठेंगे हम।

हमारी मंजिल दूर हो, पर हम अपने साथियों के साथ तैयार हैं राह तकने के लिए।

 

जो अफ़सोस करते हैं, वो हमसे जलते हैं।

हम अपने काम को सीधे देखते हैं,

जो दूसरों के लिए बड़े होते हैं,

वो हमारे लिए छोटे होते हैं।

 

Paiso ka Ghamand Shayari

 

तीन पैसों का घमंड ना कर, ये सच है तेरी कहानी।

एक दिन तेरे घमंड का जवाब मिलेगा, जब तुझे मिलेगी अपनी कहानी।

 

चार पैसों के घमंड में ना डूब, ऐ इंसान तू क्या जानता है इन्सानियत का अर्थ।

जब बदलेगा तेरे दिल में दर्द का भाव, तब समझेगा तू कितनी होती है इन्सानियत की महत्व।

 

पांच पैसों से क्या तेरी शान होगी, जब समझ में नहीं आता तेरे हिसाब का अर्थ।

अगर तू चाहता है सफल होना, तो बदल दे अपना नजरिया और तप बहुत शान से कर।

 

दो पैसों से तू क्या बड़ा शानदार होगा, जब तेरे पास होगा केवल उनसे एक क़दम आगे ना जाना होगा।

बन्द कर अपना घमंड और शुरू कर दे सच्चाई की तलाश, जब तक नहीं मिलती सफलता, तब तक नहीं रुकना होगा।

 

छह पैसों की होड़ में ना खो जाना, ऐ इंसान ये तो सब कुछ धोखा है।

जो कुछ तेरा है, उसे खोने में क्यों है इतनी आसानी, बदल दे अपना रवैया और दिखा दे दुनिया को अपनी जमाल।

 

Ghamand Shayari in English

 

Kya samajhte ho khud ko bada,

Teri aukaat hai kuch nahi khada.

Jab dekho aankh utha ke chalte ho,

Zara ruk jao, shayad akal aa jaye tumhe.

 

Zindagi mein kuch hua nahi tera,

Lekin teri ghamand se chhota hai ye duniya tera.

Na jaane kab khatam ho jayega tera khel,

Tab pachtaoge tum, magar der ho jayegi behel.

 

Sochte ho tum akele chalte ho,

Lekin duniya bhi toh hai, dekhte jao.

Kyun bhadakte ho itna apne ego mein,

Kabhi zara socho, tum bhi toh insaan ho keval.

 

Apne aap ko maan liya hai khuda,

Par kya kabhi socha hai khud ko insaan ka huda.

Ghamand se bhare ho tum apne aap mein,

Magar jara sa socho, kya hai tumhare paas?

 

Bhool gaye ho tum apni aukat,

Ghamand mein bharpoor ho tum sirf naatak.

Kabhi socha hai zara apne gunahon pe,

Kyun chalte ho phir bhi khud ko sabse bada samajh ke?

Ghamand Shayari in English
Ghamand Shayari in English

 

दौलत का घमंड शायरी

 

दौलत का ग़मंद है मेरे दिल में,

दिखावे के लिए खुद को जोश में,

उस जोश से नहीं मिलता सुकून,

जिसमें हो दौलत के सिवा कुछ नहीं।

 

दौलत का ग़मंद था मेरे दिल में,

जब तक न था खाक में मिलने का डर,

दौलत आयी तो समझा मैं जीता,

जब जायेगी तो होगा ये सब खत्म।

 

दौलत की होड़ में खो गया हूँ,

सुनो दोस्तों, मैं नहीं तो ये दौलत क्या है?

नींद नहीं आती, बस तन्हाई मिलती है,

अब बस इसी की तलाश में हूँ, कि कब तक ये दौलत मेरे साथ है।

 

दौलत का ग़मंद ज़ख्मों की तरह है,

सोचता हूँ क्या चीज है ये दौलत की मैंने कभी महसूस नहीं की।

बस दिखावे के लिए रखी है इसकी तलाश,

क्योंकि इसमें नहीं है कोई सुख और नहीं है कोई आशा।

 

दौलत का ग़मंद है मेरी ज़िन्दगी में,

खुशी की जगह बस उसे देने की हसरत में,

लेकिन क्या जोड़ है दौलत और ज़िन्दगी का,

जब तक न हो मौत, तब तक नहीं होगा इनका अलग-अलग अंत।

 

घमंड तोड़ने वाली शायरी

 

अर्ज हैं गर्व से कहते हुए,

जिसके दम पर बनी हो दुनिया उसकी देख खुशी हुई।

 

ज़माने की भीड़ में खुद को न खोएं,

हम हैं जो खुद में इतना खोएं की जहाँ ढूँढो वहीं हों।

 

जिसने सारी दुनिया को हिला दिया,

उसे ख़ुश देखकर हमें भी दिल खुश हो जाता है।

 

बुजदिलों के लिए हमें जगह नहीं,

हम तो वहीं रहते हैं जहाँ तकदीर बदलती हैं।

 

जहाँ खुदा ने शान से बनाया हो,

वहाँ आम आदमी के लिए कोई जगह नहीं होती।

 

हम जहाँ खड़े होते हैं वहाँ से शुरू होता है सफलता का सफर,

हम नहीं चाहते किसी का साथ, अपने हाथ ही अपनी किस्मत होती है।

 

हमें जितनी ताकत सामान्य लोगों की जरूरत होती है,

उतनी हमारी औकात उनसे हजार गुना ज्यादा होती है।

 

हमारी जीत की ताकत हमारी दृढ़ता में है,

हम इस दुनिया में सबसे ऊंचे मुकाम पर हैं और उसे पाने के लिए सदैव तैयार हैं।

घमंड तोड़ने वाली शायरी
घमंड तोड़ने वाली शायरी

 

हम वो लोग हैं जो दुनिया के सामने सर नहीं झुकाते,

हमारी गरिमा और इज्जत तोड़ने के लिए लोग खड़े होते हैं, पर हम फिर भी हमेशा खड़े रहते हैं।

Conclusion

Ghammand Shayari is more than just a collection of verses; it is a powerful medium for expressing the nuances of pride and self-worth. Its intricate wordplay and emotional depth capture the listener’s attention, prompting reflection on personal experiences related to arrogance and humility. 

By engaging with Ghammand Shayari, one can discover the layered meanings behind each line, enhancing their understanding of interpersonal dynamics. This poetic genre invites us to embrace our strengths while remaining aware of the potential pitfalls of excessive pride. 

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